भारतीय सेना के इतिहास में कुछ ऐसे नाम हैं, जो समय बीत जाने के बाद भी सदा के लिए अमर हैं। इन्हीं में से एक हैं मेजर जसवंत सिंह रावत, (Major Jaswant Singh Rawat) जिनकी वीरता और बलिदान 1962 के भारत-चीन युद्ध की अमर गाथा बन चुकी है। एक अकेले सैनिक ने जिस प्रकार दुश्मन सेना को घंटों रोके रखा, वह न केवल सैन्य इतिहास में बल्कि हर भारतीय के हृदय में गर्व का स्थान रखता है। उनकी यह कहानी साहस, देशभक्ति और अदम्य इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
मेजर जसवंत सिंह रावत का जीवन परिचय | Major Jaswant Singh Rawat biography
राइफलमैन जसवंत सिंह रावत (Major Jaswant Singh Rawat) ) भारतीय सेना के एक ऐसे वीर सपूत थे, जिन्होंने 1962 के भारत-चीन युद्ध में अद्भुत साहस और शौर्य का परिचय दिया। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुई लड़ाई में उन्होंने अकेले ही चीनी सैनिकों का सामना किया और अपनी आखिरी सांस तक मातृभूमि की रक्षा की।
